Belly Fat, ‘मध्य प्रदेश’ पर जमी चर्बी खतरनाक हो सकती है!
- Dr Sunny Gupta
- Oct 18, 2024
- 2 min read

शरीर का मध्य भाग यानी पेट आपके स्वास्थ्य के बारे में बहुत कुछ कहता है। यहां चर्बी का बढ़ना आपके लिए बहुत सारी स्वास्थ्य समस्याओं की दस्तक है।
पेट की चर्बी के साइड इफेक्ट्स पर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के अध्ययन में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। अक्सर लोग मिडल एज में पहुंचते ही पेट के क्षेत्र में चर्बी जमा होने का अनुभव करते हैं, जिसे विसेरल फैट या आंत की चर्बी के नाम से जाना जाता है। यह मेटाबॉलिक असंतुलन के कारण उत्पन्न होती है और इससे हृदय रोग (कार्डियोवैस्कुलर डिजीज - CVD) का खतरा सबसे अधिक बढ़ जाता है।
हार्वर्ड के एक अध्ययन के अनुसार, महिलाओं में पेट की चर्बी के कारण ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना भी अधिक होती है। इसके अलावा, पेट का मोटापा हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया, हार्ट फेल्योर और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के लिए जिम्मेदार हो सकता है।
आंत की चर्बी नसों में जमा होकर लीवर तक पहुंच सकती है, जिससे नसों के ब्लॉक होने का खतरा बढ़ जाता है। नतीजतन, लीवर शरीर के लिए आवश्यक पाचक रसों का उत्पादन नहीं कर पाता, जिससे बैड कोलेस्ट्रॉल और इंसुलिन रेसिस्टेंस में वृद्धि होती है। कैसे कम की जा सकती है पेट की चर्बी :
इस सभी बीमािरयों के होने की संभावना को देखते हुए पेट के मोटापे को कंट्रोल करने की कोशिश करनी चाहिए। इसे हासिल करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप अपने वर्कआउट रूटीन और डाइट में बदलाव करें। स्वस्थ रहने के लिए एक ऐसे तरीके का चुनाव करें, जिसका उद्देश्य आपके कोर और एब्स को मजबूती प्रदान करना और टोनिंग करना हो। पेट की चर्बी कम करने के लिए तीन प्रभावी उपाय निम्नलिखित हैं:

संतुलित आहार और कम कैलोरी का सेवन: अपने आहार में ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें। तले हुए, शुगर और प्रोसेस्ड फूड से बचें। कैलोरी की मात्रा कम करने पर शरीर जमा चर्बी को ऊर्जा के रूप में इस्तेमाल करने लगता है, जिससे वजन और पेट की चर्बी कम होती है।
नियमित व्यायाम: कार्डियो वर्कआउट जैसे दौड़ना, साइकिल चलाना, तैराकी और तेज चलना पेट की चर्बी कम करने में मददगार होते हैं। इसके अलावा, ताकत बढ़ाने वाले व्यायाम (जैसे प्लैंक, सिट-अप्स और स्क्वैट्स) भी पेट के मसल्स को टोन करते हैं और चर्बी को घटाने में सहायक होते हैं।
तनाव प्रबंधन और अच्छी नींद: तनाव बढ़ने से शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन की मात्रा बढ़ती है, जिससे पेट की चर्बी बढ़ने की संभावना अधिक हो जाती है। ध्यान, योग और पर्याप्त नींद लेना तनाव को कम करने में मदद करता है और शरीर के मेटाबॉलिज्म को सही रखता है, जिससे चर्बी कम होती है।
इन उपायों को नियमित रूप से अपनाने पर पेट की चर्बी में कमी आ सकती है।
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